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तंत्र विद्या

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तंत्र विद्या बहुत बडी और विशाल है मनुष्य जाति के शुरूवात के समय से ये विद्या फलफूल रही है हिन्दू ही नही दुनिया के सभी धर्म के लोग तंत्र मंत्र करते है देवी देवता पीर फकीर की पूजा करते है | तंत्र एक सोच है तंत्र मे तुम जैसा सोचते हो वैसा हो जाता है पूरी श्रदा विश्वास समर्पण से काम करने पर तंत्र 100% काम करता है तंत्र विद्या के द्वारा लोगो के कष्ट खत्म किये जा सकते है वही इसका दुरुपयोग करने पर किसी को कष्ट पहुचाया जा सकता है ये विद्या गलत नही है गलत वो होता है जिसके हाथ मे ये विद्या होती है अगर तांत्रिक सही है तो विद्या का सही प्रयोग करेगा और गलत होगा तो गलत प्रयोग करेगा| दुनिया मे ज्यादातर गुरू केवल एक या दो ही विद्या जानते है और वही वो लोगो को सिखाते है मान लो कि कोई काली साधक है तो वो सबको काली के मंत्र देगा राम का साधक राम के मंत्र देगा | भैरव साधक भैरव के मंत्र देगा मगर हमारे यहॉ ऐसा नही है हम आपको आपके इस्ट का मंत्र देगे और सैकडो तरह की विद्याये यहॉ सीखने को आपको मिलेगी अपने परिचय में वो सभी विद्याओ का मै जिक्र कर चुका हू यहॉ सात्विक लोगो को सात्विक साधनाये करवायी जाती है तामसिक लोगो को तामसिक साधनाये करवायी जाती है| यहॉ किसी का धर्म खराब नही किया जाता है अगर आप बिल्कुल शुद्ध शाकाहारी हो तो हम आपको वैसी ही साधनाये करवायेगे और मॉसाहारी हो तो वैसी करवायेगे यहॉ साधना किसी पर थोपी नही जाती है लोग अपनी मरजी से साधना का चुनाव करते है समशान साधक समसान साधनाये करते है यहॉ किसी भी तरह का इनलीगल काम नही होता है इंसान या‌इंसानी किसी पार्ट या‌ अंग पर यहॉ कोई क्रिया नही की जाती है| कोई बलियॉ यहॉ नही दी जाती है जैसे लोग चाहते है वेसे यहॉ साधना करवायी जाती है यहॉ सैकडो तरह की साधना विधियॉ उपलब्ध है जो स्वंय मेरे द्वारा लिखी हुयी है यहॉ सबरी विद्या के रूप मे सर्प विद्या दी जाती है जिसमे 80+ मंत्र है एक मंत्र दस तरह के काम करता है यानि 80 मंत्रो से आप 800 तरह के काम कर सकते है और क्या चाहिये|
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